नई दिल्ली। अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष (2024-25) में देशभर में उनकी स्मृति में स्थापित प्रतिमाओं की श्रृंखला पूरी हो चुकी है। खजुराहो, लखनऊ, हैदराबाद और भुवनेश्वर, हर जगह अटल जी की कांस्य व संगमरमर की प्रतिमाएं श्रद्धा से खड़ी हैं।
मगर दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल परिसर में स्थापित उनकी नौ फुट उंची, 95.50 लाख रुपये की कांस्य प्रतिमा अब भी अनावरण की प्रतीक्षा में है।
यह प्रतिमा अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (एबीवीआईएमएस) आरएमएल के मेडिकल कालेज के भीतर स्थापित की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश पर प्रभात मूर्ति कला केंद्र ने फरवरी 2025 में निर्माण कार्य शुरू किया था और मार्च तक प्रतिमा पूरी तरह तैयार हो गई। 500 किलो कांस्य से बनी यह प्रतिमा, सुंदर पेडेस्टल और लैंडस्केपिंग के साथ परिसर की शोभा बढ़ाने को तत्पर है।
आनावरण के लिए भेजा था औपचारिक पत्र
पूर्व मेडिकल अधीक्षक ने इसके अनावरण हेतु मंत्रालय को औपचारिक अनुरोध भेजा था, किंतु प्रशासनिक फेरबदल के बाद नए प्रशासक ने ‘प्रशासनिक कारणों’ से कार्यक्रम आगे नहीं बढ़ाया। संभावना जताई जा रही है कि इस प्रतिमा का अनावरण 25 दिसंबर 2025, यानी अटल जी के 100वें जन्मदिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के हाथों रूप से किया जाएगा।
मगर दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल परिसर में स्थापित उनकी नौ फुट उंची, 95.50 लाख रुपये की कांस्य प्रतिमा अब भी अनावरण की प्रतीक्षा में है।
यह प्रतिमा अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज (एबीवीआईएमएस) आरएमएल के मेडिकल कालेज के भीतर स्थापित की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश पर प्रभात मूर्ति कला केंद्र ने फरवरी 2025 में निर्माण कार्य शुरू किया था और मार्च तक प्रतिमा पूरी तरह तैयार हो गई। 500 किलो कांस्य से बनी यह प्रतिमा, सुंदर पेडेस्टल और लैंडस्केपिंग के साथ परिसर की शोभा बढ़ाने को तत्पर है।
आनावरण के लिए भेजा था औपचारिक पत्र
पूर्व मेडिकल अधीक्षक ने इसके अनावरण हेतु मंत्रालय को औपचारिक अनुरोध भेजा था, किंतु प्रशासनिक फेरबदल के बाद नए प्रशासक ने ‘प्रशासनिक कारणों’ से कार्यक्रम आगे नहीं बढ़ाया। संभावना जताई जा रही है कि इस प्रतिमा का अनावरण 25 दिसंबर 2025, यानी अटल जी के 100वें जन्मदिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के हाथों रूप से किया जाएगा।


