अयोध्या के परिक्षेत्रीय कार्यालय में नियुक्त समाजसेवी सब इंस्पेक्टर रणजीत यादव परिक्रमा मेला के दौरान पुलिस चौकी नयाघाट के पास बनाए गए खोया पाया केंद्र से अपने परिजनों से बिछड़े बच्चों और बुजुर्गों का नाम प्रसारित कर लगातार उनके अपनो से मिलवाते रहे! परिक्रमा मेला में आने वाले श्रद्धालु जब अपने साथियों परिजनों परिवारजन से बिछड़ जाते तो उनके नाम पता के साथ खोया पाया केंद्र नयाघाट पर लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से प्रसारित किया जाता,जिसे सुनकर बिछड़ने वाले साथी के परिजनों से वापस मिलवाया जाता रहा। रणजीत यादव ने कहा-
“खोया पाया केंद्र में ड्यूटी करना एक बेहद खुशी देने वाला अनुभव रहता है क्योंकि जब लोग भीड़ में अपनो से बिछड़ कर रोते हुए आते हैं और पुनः घर वालों से मिलने पर हंसते हुए वापस लौटते हैं,तो बहुत ही सुखानुभूति होते है! लोगों को सतर्क रहने के लिए प्रसारण केंद्र से उच्च अधिकारीयों द्वारा दिए गए सुरक्षा और यातायात निर्देशों को भी लगातार प्रसारित किया जाता है!”
परिक्रमा मेला में जन सुविधा को देखते हुए खोया पाया केंद्र नयाघाट पुलिस चौकी के सामने और तुलसी उद्यान तथा कोतवाली अयोध्या के पास बनाया गया। प्रत्येक वर्ष की भांति दीप चंद राही ने भी उपस्थित रहकर खोया पाया केंद्र में अपनी सहभागिता दर्ज की। खोया पाया केंद्र पर महिला सिपाहियों की शिफ्टवार ड्यूटी लगी रही। खाकी वाले गुरूजी के नाम से विख्यात सब इंस्पेक्टर रणजीत यादव अपनी ड्यूटी के साथ ही हमेशा लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं।
परिक्रमा मेला में बिछड़े परिजनों को अपनों से मिलाते रहे सब इंस्पेक्टर रणजीत यादव

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