वृंदावन के प्रसिद्ध कथा वाचक स्वामी अनिरुद्धाचार्य महाराज अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने श्रीराम महायज्ञ में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अयोध्या प्रभु श्रीराम और भारत की तपोभूमि है।
राम का निमंत्रण ठुकराना सनातन को ठुकराना
स्वामी अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि राम का निमंत्रण ठुकराना सनातन धर्म को ठुकराने के समान है। उन्होंने कहा कि राम किसी एक के नहीं हैं, राम सबके हैं। उन्होंने लोगों से प्रेम, भक्ति और एकता के दीपक जलाने की अपील की।
मथुरा के बारे में क्या कहा
मथुरा को लेकर स्वामी अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि जैसे ही रामलला अयोध्या में विराजे, राजनीति समाप्त हो गई। वैसे ही मथुरा में कृष्ण भी आएंगे, धैर्य रखिए और भगवान पर भरोसा रखिए।

