कानपुर : शादी का लालच देकर लोगों को ठगने वाली “लुटेरी दुल्हन” दिव्यांशी चौधरी (30) को कानपुर पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद सामने आया है कि आरोपी दुल्हन ने दो बैंक मैनेजरों और दो सब-इंस्पेक्टरों समेत 12 से अधिक लोगों को अपने जाल में फंसाकर करोड़ों रुपये ठगे । जांच के दौरान ये भी सामने आया है कि उसके विभिन्न बैंक खातों में 8 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जमा है ।
जानकारी के अनुसार दिव्यांशी ( लुटेरी दुल्हन ) का तरीका बेहद शातिराना था। वह पहले शादी का झांसा देकर या प्रेमजाल बिछाकर पीड़ितों के साथ शारीरिक संबंध बनाती थी, फिर रेप या छेड़खानी का फर्जी मुकदमा दर्ज करवाकर भारी रकम वसूलती थी। कोर्ट में ट्रायल के दौरान बयान पलटकर मुकदमा वापस ले लेती थी और समझौता कर लेती थी। 17 फरवरी 2024 को बुलंदशहर निवासी सब-इंस्पेक्टर आदित्य कुमार लोचव (2019 बैच) से उसकी चौथी शादी हुई थी। दहेज में स्कॉर्पियो गाड़ी, लाखों के जेवर और धूमधाम से शादी का लालच देकर आदित्य और उनके परिवार को ठगा गया। शादी के कुछ महीनों बाद ही आदित्य को दिव्यांशी के व्यवहार पर शक हुआ। वह ससुराल में कम रुकती थी, फोन से सभी UPI ऐप डिलीट कर देती थी और पति के ड्यूटी पर होने पर लगातार पैसे मांगती थी। पीड़ित दरोगा ने बताया कि वो एक दिन छुट्टी पर घर आया तो उसने दिव्यांशी का जबरन फोन चेक किया इस दौरान ट्रांजेक्शन हिस्ट्री देखकर उनके होश उड़ गए। 10 से अधिक बैंक खातों में करोड़ों रुपये का लेन-देन दिखाई दिया। पूछताछ पर दिव्यांशी झगड़ा करके मायके चली गई।
बताते चले 25 नवंबर 2025 को दिव्यांशी ने कानपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय में ड्रामा किया और पति आदित्य पर 14.50 लाख रुपये हड़पने व अन्य महिलाओं से अवैध संबंध रखने का आरोप लगाया। जवाब में आदित्य ने सैकड़ों पुख्ता सबूत पेश किए, जिससे दिव्यांशी का पूरा ठगी का नेटवर्क सामने आने लगा। लेकिन दिव्यांशी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए कई बार हंगामा किया, पुलिस पर मदद न करने का आरोप लगाया जिसके बाद पीड़ित दरोगा ने परेशान होकर 2 बार आत्महत्या का प्रयास भी किया ।
चौंकाने वाली या भी बात है की कई पुलिस अधिकारियों के खातों में करोड़ों का हुवा ट्रांजेक्शन
जांच में सबसे बड़ा झटका तब लगा जब दिव्यांशी के खातों से मेरठ जोन में तैनात रहे कई पुलिस अधिकारियों (सब-इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर और सीओ स्तर तक) के खातों में करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन मिले। पुलिस का मानना है कि ठगी के इस गिरोह में कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जो गिरफ्तारी के बाद भी समझौते का दबाव डाल रहे थे। मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर सब-इंस्पेक्टर आदित्य ने दो बार आत्महत्या की कोशिश भी की थी।
सोमवार देर रात दिव्यांशी चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग, आपराधिक षड्यंत्र सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। हाला की अभी तक पुलिस का बयान नहीं आया है इस मामले को लेकर


