मध्य प्रदेश के दमोह में प्रशासनिक सक्रियता की एक अनूठी मिसाल सामने आई है। यहां चुनाव से जुड़े काम के दौरान मृत हुए एक बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) के बेटे को महज पांच दिनों के रिकॉर्ड समय में अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की गई है। सोमवार को कलेक्टर सुधीर कोचर ने खुद मृतक के बेटे अंकेश गोंड को नियुक्ति पत्र सौंपा।
ड्यूटी के दौरान बिगड़ी थी तबीयत
जानकारी के अनुसार, जिले के पठारी में पदस्थ शिक्षक सीताराम गोंड की ड्यूटी एसआईआर (Specia Intensive Revision) कार्य में लगी थी। बीते 22 नवंबर को काम के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई, जिससे प्रशासनिक महकमे में भी हलचल मच गई।
परिवार को मिला बड़ा सहारा
पिता की आकस्मिक मृत्यु से टूटे परिवार के लिए यह नियुक्ति एक बड़ा सहारा बनकर आई है। प्रशासन ने न केवल बेटे को सरकारी नौकरी दी, बल्कि मृतक बीएलओ की बेटी राधा गोंड को भी निजी क्षेत्र में नौकरी दिलाने की पहल की जा रही है, ताकि परिवार को आर्थिक रूप से और मजबूती मिल सके। इस त्वरित कार्रवाई ने संकटग्रस्त परिवार को बड़ी राहत दी है।


