काबुल एयरपोर्ट के बाहर दो आत्मघाती धमाके, 40 लोगों की मौत, बाइडेन ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ठीक सामने गुरुवार शाम ब्लास्ट हुआ। रूसी मीडिया के मुताबिक, इसमें 40 लोगों के मारे जाने और 120 लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों में तीन अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं। घटना के बाद एयरपोर्ट से तमाम फ्लाइट ऑपरेशन्स बंद कर दिए गए। पेंटागन ने आतंकी संगठन ISIS खुरासन पर हमले का आरोप लगाया है।

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा- गुरुवार को हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर पहला ब्लास्ट हुआ। कुछ ही देर बाद एयरपोर्ट के नजदीक बैरन होटल के पास दूसरा धमाका हुआ। बताया जा रहा है कि यहां ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए थे।

पेंटागन के मुताबिक, एयरपोर्ट के बाहर तीन संदिग्धों को देखा गया था। इसमें से दो आत्मघाती हमलावर थे, जबकि तीसरा बंदूक लेकर आया था। काबुल एयरपोर्ट और उसके आस-पास के इलाकों में धमाके की वजह से अफरा-तफरी का माहौल है। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है।

तालिबान ने भी आतंकी हमला बतायातालिबान ने अब तक 15 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। इसमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। तालिबान ने इसे आतंकी हमला बताया है। एयरपोर्ट पर एक शख्स ने बताया कि उसकी गोद में ही उसके बच्चे की मौत हो गई।

एक अमेरिकी नागरिक की भी मौतरूसी मीडिया स्पुतनिक ने 13 लोगों के मारे जाने का दावा किया है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक, एयरपोर्ट के पास बैरन होटल के पास धमाका हुआ है, जबकि दूसरा धमाका एयरपोर्ट के अब्बे गेट के पास हुआ है। यहीं अमेरिकी सैनिक तैनात थे।

एयरपोर्ट से लगा नाला लाशों और घायलों से पटामीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि एयरपोर्ट से लगे नाले में लाशों और घायलों का ढेर लगा हुआ है। यहां पानी में शव पड़े हुए हैं। लोग अपनों को ढूंढ़ रहे हैं। एक दिन पहले ही इस नाले का वीडियो सामने आया था, जिसमें लोगों का हुजूम था। लोग एयरपोर्ट के अंदर जाने के लिए नाले में खड़े थे। आज भी कुछ यही स्थिति थी।

सभी विमानों को नाटो की सेना ने सुरक्षा घेरे में ले लियाब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने दोनों धमाकों की पुष्टि की। सुरक्षा के लिए काबुल एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। सभी विमानों को नाटो की सेना ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। CNN के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को हमले की जानकारी दे दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह फिदायीन हमला था और हमलावर के निशाने पर अमेरिकी और ब्रिटिश सैनिक थे। इसके अलावा इटली के एक एयरक्राफ्ट पर भी फायरिंग की खबर है। इस एयरक्राफ्ट में इटली के अलावा कुछ और देशों के नागरिक थे।

बाइडेन ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाईकाबुल एयरपोर्ट पर दो धमाकों के फौरन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को इसकी जानकारी दी गई। CBS न्यूज ने व्हाइट हाउस के एक सूत्र के हवाले से कहा है कि राष्ट्रपति और उनकी नेशनल सिक्योरिटी टीम ने एक घंटे तक सिचुएशन रूम में मीटिंग की। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी इस मीटिंग में मौजूद रहे। इसके अलावा ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जनरल मार्क मिले भी राष्ट्रपति के साथ थे। माना जा रहा है कि अफगानिस्तान पर कुछ बड़ा फैसला लिया जा सकता है।

ट्रम्प की पार्टी ने कहा- बाइडेन के हाथ खून से रंगे हुए हैंकाबुल एयरपोर्ट पर धमाके के बाद डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर और पूर्व प्रवक्ता डेन क्रेनशॉ ने प्रेसिडेंट बाइडेन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- मिस्टर प्रेसिडेंट अब इस मामले को संभालिए जिसको आपने ही खड़ा किया है। इससे भागने की कोशिश मत कीजिए। आपके हाथ खून से रंगे हुए हैं। हम अब भी जंग के मैदान में हैं। इसे युद्ध का अंत समझने की गलती मत कीजिए। आपने दुश्मन को एक और फायदेमंद मौका दिया है।

एयरपोर्ट न जाएं अमेरिकी नागरिकब्लास्ट के करीब आधे घंटे बाद ही अमेरिका ने अपने नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट न जाने और इस इलाके से दूर रहने की एडवाइजरी जारी की। काबुल स्थित अमेरिकी एम्बेसी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस एडवाइजरी को शेयर किया है। खास बात यह है कि बुधवार को ही एक अमेरिकी अफसर ने कहा था कि अगर अफगानिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में कोई अमेरिकी है तो वो फौरन एम्बेसी से संपर्क करके काबुल एयरपोर्ट पहुंचे।

तालिबान ने वॉर्निंग दी थीइससे पहले तालिबान ने अमेरिका को चेताया था कि 31 अगस्त तक वह किसी भी हाल में वह देश छोड़ दे। अमेरिका ने भी तय समय सीमा में देश से सेना हटाने की बात कही थी। हालांकि आज ही व्हाइट हाउस ने 31 के बाद भी जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाने का ऐलान किया था। हालांकि, तालिबान के स्पोकस्पर्सन ने इस बात से इनकार किया था कि काबुल एयरपोर्ट पर किसी तरह के आतंकी हमले की आशंका है।

हमले की आशंका थीकाबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल बना है। गुरुवार को ही अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले का बड़ा खतरा बताते हुए अपने नागरिकों से कहा था कि फिलहाल काबुल एयरपोर्ट पर नहीं जाएं और जो लोग एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं वहां से तुरंत हट जाएं।

काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि जो अमेरिकी काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट, ईस्ट गेट या नॉर्थ गेट पर मौजूद हैं, वे फौरन वहां से हट जाएं और अगले निर्देश का इंतजार करें। ब्रिटेन ने आशंका जताई है कि ISIS काबुल एयरपोर्ट पर हमला कर सकता है।
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