इराक व अफ्रीका से इलाज के लिए हल्द्वानी आए मरीज

ब्रेकियल प्लेक्सस सर्जरी में विश्व मानचित्र पर उभरता हल्द्वानी 

भास्कर समाचार सेवा

हल्द्वानी। प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हल्द्वानी शहर आज अपनी एक नई पहचान के रूप में उभर रहा है। कभी स्वास्थ्य सेवा की कमियों से जूझता यह शहर आज आधुनिक स्वास्थ्य सुविधा की उपलब्धता के चलते देश व विदेश से आये मरीजों को उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। पहले इस शहर की जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था के चलते पहाड़ के लोगों को दूसरे बड़े शहरों में इलाज के लिए जाना पड़ता था, लेकिन आज हल्द्वानी शहर में बने बड़े निजी व सरकारी अस्पताल यहां आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं।

आज हल्द्वानी देश ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में ब्रेकियल प्लेक्सस सर्जरी में अपनी एक नई पहचान बना चुका है। यहां देश के अलग-अलग राज्यों के अलावा दुनियाभर के देशों जैसे अफ्रीका, ईरान, इराक, अफगानिस्तान, म्यांमार, बांग्लादेश, नेपाल इत्यादि से आकर लोग अपना इलाज करा चुके हैं और करा रहे हैं।

देश- विदेश में लगातार बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं ब्रेकियल प्लेक्सस का मुख्य कारण हैं। यह एक तरह की विकलांगता है। दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण मरीज का हाथ आंशिक व पूर्ण रूप से काम करना बंद कर देता है। ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी में गर्दन से हाथ में जाने वाली बारीक नसें, जिन्हें ब्रेकियल प्लेक्सस कहते हैं, दुर्घटना के दौरान उनमें चोट लगने से यह समस्या उत्पन्न होती है। इससे मरीज के हाथ को लकवा मार जाता है। हाथ में सुन्नपन आ जाता है। मरीज को ठंडे गरम का एहसास नहीं होता है। वह अपने काम स्वयं नहीं कर पाता है। मरीज को काफी पीड़ा होती है और वह असहाय महसूस करने लगता है। सामान्य रूप से इसका इलाज हर जगह उपलब्ध न होने के कारण मरीज मानसिक तनाव से ग्रसित होने लगता है। इस तरह की चोट लगने पर मरीज़ अपनी नौकरी से भी हाथ धो बैठते हैं। ब्रेकियल प्लेक्सस सर्जरी एक जटिल माइक्रोसर्जरी है। इस सर्जरी के बाद ज्यादातर केस में सफलता नहीं मिलती है। मरीज लकवाग्रस्त विकलांग जीवन जीने पर मजबूर हो जाता है। दुनियाभर में इस सर्जरी में दक्षता हासिल करने वाले चिकित्सक भी गिने-चुने हैं। उन्हीं में हल्द्वानी के बृजलाल अस्पताल में वरिष्ठ प्लास्टिक एवं ब्रेकियल प्लेक्सस सर्जन डॉ. पीएस भंडारी मुख्य हैं, जो देश-विदेश के सैकड़ों मरीजों की सफलतापूर्वक सर्जरी कर उन्हें एक नया जीवन दे चुके हैं। कई मरीज सर्जरी के बाद पहले जैसा जीवन व्यतीत कर रहे हैं। ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी से ग्रसित मरीजों के लिए डॉ. भंडारी आशा की एक नई किरण हैं। यहां सर्जरी के द्वारा लाभ उठाकर मरीज अपना जीवन बेहतर तरीके से जी रहे हैं। यह समस्त हल्द्वानी और उत्तराखण्ड वासियों के लिए एक बहुत ही गौरव की बात है।
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