धर्मांतरण मामले में बड़ा खुलासा : 7 राज्यों में फैला नेटवर्क, एक महीने में औसतन 15 से ज्यादा लोगों का होता था धर्मांतरण

नोएडा स्थित डेफ सोसायटी की संचालिका रोमा रोका से ATS ने पूछताछ की है। रोमा का कहना है कि डेफ सोसायटी में कश्मीरी छात्र बच्चों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करते थे।

उत्तर प्रदेश में नोएडा के जिस मूक-बधिर स्कूल में हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया जाता था वहां आतंकवादी भी तैयार किए जाते थे। धर्मांतरण का यह नेटवर्क उत्तर प्रदेश के अलावा केरल, असम, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु में भी फैला है। ये खुलासा डेफ सोसायटी की संचालिका रोमा रोका ने ATS की पूछताछ में किया है। यह वही डेफ सोसायटी है, जहां हिंदू बच्चों को इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित किया गया था।

धर्मांतरण कराने के आरोपी मौलाना उमर गौतम का एक नया वीडियो भी ATS के हाथ लगा है। इसमें वह बता रहा है कि उसने अब तक 18 बार इंग्लैंड और 4 बार अमेरिका की यात्रा की है। विदेशी रैकेट के भी शामिल होने की जानकारी सामने आने के बाद जल्द ही इस मामले को NIA टेकओवर कर सकती है।

डेफ सोसायटी की संचालिका ने खोले कई राज

ऐसे बच्चों का धर्म परिवर्तन कराया जाता था जिन्हें सामाजिक दायरे में उपेक्षा महसूस होती थी। ऐसे ही बच्चों को आतंक की ट्रेनिंग भी दी जाती थी।पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट के तौर पर काम कर रही मौलानाओं की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (Islamic Da’wah Center) कई साल से नोएडा डेफ सोसायटी के छात्र-छात्राओं को निशाना बना रही थी।स्कूल में कई मुस्लिम मौलाना और आतंकी हिंदू बनकर हिंदू छात्रों की मदद करने आते थे और उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करते।कश्मीरी छात्र धर्मांतरण के लिए यहां हिंदू स्टूडेंट्स को इस्लामिक संगठनों से मिलने वाले रुपए और अन्य सुविधाओं का लालच देते।जैसे ही कोई छात्र झांसे में आ जाता तो कश्मीरी छात्र इसकी जानकारी स्कूल स्टाफ को दे देते थे और स्कूल स्टाफ यह मैसेज दावा इस्लामिक सेंटर तक पहुंचाता।धर्मांतरण कराने वाले छात्रों को ISI से मिले फंड दिए जाते थे।हिंदू छात्रों का धर्म परिवर्तन कराने के बाद उन्हें केरल के इडुक्की जिले में थांगलपारा में आतंक की ट्रेनिंग दिलाई जाती थी। यहां कट्टर इस्लामिक आतंकी संगठन सिमी का ट्रेनिंग कैंप चलता है।केरल के इस कैंप में धर्म परिवर्तन करके आए छात्रों को जेहादी साहित्य पढ़ाया जाता था। इन्हें तैराकी, चट्टानों की चढ़ाई और दुनिया के सबसे आधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी।

मौलानाओं से आमना-सामना करवाकर सच उगलवाएगी ATSATS ने पकड़े गए दोनों मौलानाओं को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों की एक सप्ताह की रिमांड मंजूर कर दी है। बुधवार से शुरू हो रही रिमांड के दौरान दोनों का सबसे पहले रोमा से आमना सामना कराया जाएगा। इसके लिए रोमा को अभी तक ATS मुख्यालय में ही सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। इसके बाद मौलानाओं को उन जगहों पर ले जाया जाएगा जहां उन्होंने धर्म परिवर्तन करवाए थे।

एक महीने में औसतन 15 से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण होता थाउमर गौतम का जो दूसरा वीडियो आया है उसमें वह दावा करता दिख रहा है कि इस्लामिक दावा सेंटर जामिया, दिल्ली में उसने करीब 1,000 लोगों के धर्मांतरण संबंधी डॉक्यूमेंट जारी किए हैं। इस्लामिक दावा सेंटर में महीने में औसतन 15 से ज्यादा लोगों के धर्मांतरण डॉक्यूमेंट जारी किए जाते हैं। उमर गौतम ने बताया कि इस्लामिक दावा सेंटर के जरिए इंग्लैंड, सिंगापुर, पोलैंड तक में धर्मांतरण का काम होता है। लोगों के इस्लाम कबूल करने से अल्लाह का काम हो रहा है।

अभी इस मामले में क्या चल रहा ?

धर्मांतरण प्रकरण में जल्द ही NIA जुड़ सकती है।इस प्रकरण का मुख्य किरदार दिल्ली के जामिया नगर का रहने वाला है।विदेशी फंडिंग के इनपुट्स मिलने के बाद केंद्रीय एजेंसियां भी अलर्ट हैं।बुधवार से ATS एक बार फिर मौलाना जहांगीर और उमर गौतम से पूछताछ शुरू करेगी। ATS ने दोनों मौलानाओं को 7 दिन की रिमांड पर लिया है।गिरफ्तार किए गए मौलाना उमर गौतम और जहांगीर पर NSA के तहत कार्रवाई होगी।
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